Wednesday 30 November 2022

इक उम्र मुकम्मल





इक उम्र मुकम्मल अनमोल जी की प्रथम कृति है। एक ऐसी कृति, जिसमें शामिल रचनाओं को उन्होंने जन सामान्य के जीवन से उठाया है। जिनकी भावमयी रचनाएँ अपने आपसे साक्षात्कार तो कराती ही हैं, सामान्य जन के अंतस में भी गहराई तक उतर कर अपना प्रभाव छोड़ने में अत्यन्त समर्थ भी हैं।

इनकी रचनाएँ इनकी गहरी रचनात्मक सूझबूझ का सजीव व सटीक परिचय भी देती हैं। संग्रह की प्रत्येक रचना पठनीय, प्रेरणास्पद और सार्थक है। सहज, सरल, सुबोध स्पष्ट रचनाएँ इस अर्थ प्रधान जीवन में भी व्यक्तित्व की पहचान कराने में सक्षम हैं।

धीरज श्रीवास्तव
संस्थापक-सचिव
साहित्य प्रोत्साहन संस्थान, मनकापुर
ज़िला- गोण्डा (उ०प्र०)



विमोचन का दृश्य






पुस्तक- इक उम्र मुकम्मल
विधा- ग़ज़ल
प्रकाशन- उत्कर्ष प्रकाशन, मेरठ (उ०प्र०)
संस्करण- प्रथम, 2013

यह पुस्तक साहित्य प्रोत्साहन संस्थान, मनकापुर (उ०प्र०) के आर्थिक सहयोग से प्रकाशित है।

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